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पिछड़ा वर्ग के अम्बेडकरवादी युवाओ को हम सम्मानित करेंगे

In Association with Amazon.in चवार्क, बुद्ध, सम्राट अशोक, कबीर, रविदास, शिवाजी, फुले, साहूजी, नारायणा गुरु, बिरसा, रानी दुर्गावती, पेरियार, तुकड़ोजी, गाडगेजी,  आधुनिक भारत के शिल्पकार भारत रत्न डॉ. बी. आर. अम्बेडकर, राहुल संस्कृत्यान, कांशीराम, गोविन्द पंसारे इसके अतिरिक्त और भी कई बहुजन, मूलनिवासी महापुरुषो के त्याग, बलिदान के बाद हमे मनुष्य होने का अधिकार मिला किन्तु आज बहुजन-मूलनिवासी युवा मानसिक गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा हुआ है वह अपने उद्धारको को भूल कर ब्राह्मणवादी आतंकवाद की खाई में स्वयं घुस रहा है।
जन्म से लेकर मृत्युपर्यन्त तक उन पाखंडियो के भ्रम जाल में फसा रहता जो इन्हें शुद्र समझते है आए दिन रोंगटे खड़े कर देने वाली खबरे सामने आती है जिसे पढ़ कर या देख कर हम काँप उठते है मानवता शर्मसार हो जाती है किन्तु यह शिक्षित वर्ग भी इन्ही वर्गो की चापलूसी करता रहता है कारण एक है अन्धविश्वास, ईश्वरवाद आदि।
यह ब्राह्मणवाद पुष्यमित्र शुंग की प्रतिक्रांति का परिणाम है सिद्धार्थ जब बुद्ध कहलाए तब मनुष्य की स्वतन्त्रता, समानता, न्याय, बन्धुत्व का सन्देश दिया फिर ब्राह्मणवाद का विनाश प्रारम्भ हो गया था विश्व शांति, मानवतावादी विचारो से बुद्ध के प्रभाव से आकर्षित हो चूका था।
चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक एंव मौर्य शासन जो लगभग 160 वर्षो चला यह दौर भारत का स्वर्ण काल कहलाता है भारत की सीमा अफगानिस्तान तक फैली थी बौद्ध पद्धत्ति से शासन व्यवस्था संचालित थी किन्तु ब्राह्मणवादी इस क्रांति को रोकने के लिए प्रतिक्रांति कर रहे थे वे अपने अमानवीय षड्यंत्र में मौर्य वंश के दसवे राजा ब्रह्दत्त मौर्य की हत्या करके सफल हुए इस हत्या को अंजाम धोखेबाज, गद्दार इनके ही सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने दिया फिर इसने शासन की बागडोर सम्हाली इस काल से शुरू हुई बर्बरता, बौद्धों का सर कलम हुआ बौद्ध स्थल ध्वस्त किये गए कुछ पर कब्जा किया गया भिक्षुणीयो का बलत्कार हुआ, यह आतंकवाद पेशवाई राज में चरम पर पहुँच गया था।
हमारे प्रगतिशील विचारधारा के महापुरुषो द्वारा जो ऐतिहासिक समाजिक स्वतन्त्रता, शैक्षणिक स्वतन्त्रता, आर्थिक एंव राजनैतिक स्वतन्त्रता के लिए जो संघर्ष हुआ। जनांदोलनो के कारण आज हमारे लोग सम्पन्न हो रहे है किन्तु वे इसका श्रेय देवी-देवताओ को देते है।
कुछ वर्षो से सोशल मिडिया समाजिक आंदोलन का पर्याय बन रहा है कारण आज लाखो युवा बेख़ौफ़ लिख रहे है महापुरुषो के सपनो को पूरा करने में बहुमूल्य योगदान दे रहे है यह महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योकि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मिडिया ब्राह्मणवादी है वह हमारे महापुरुषो को भुला देना चाहता है तभी तो सुबह शाम ज्योतिष, पाखण्डी बाबाओ, भुत प्रेत के प्रोग्राम बना कर प्रसारित करता है।
यह मिडिया घराना जातिवादी आतंकवादियो को दबंग कहता है सत्य छुपता है किन्तु अब इसका भांडा हम सब मिल कर फोड़ रहे है।
इसी श्रृंखला में हम देश के सक्रिय युवा जो सोशल मिडिया में महापुरुषो की विचारधारा को प्रचारित कर रहे है हम उन्हें कवर करना चाहते है ताकि वे प्रोत्साहित हो। अभी हम चुनाव कर रहे है पिछड़ा वर्ग से सम्बंधित सक्रिय कट्टर मानवतावादी या अम्बेडकरवादी का इसमें आप हमे मदत दे comment या ईमेल द्वारा पूरी जानकारी दे सकते है। आप सभी के बहुमूल्य सुझावो का इंतजार रहेगा।
Ambedkar books in hindi
हिन्दू धर्म की पहेली डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा लिखित किताब ऑनलाइन उपलब्ध। जरूर पढ़िए

8 comments:

  1. मैं पिछड़ा वर्ग से हूँ पूरा अम्बेडकरवादी आज से नही 15 साल से भी अधिक समय से काफी सक्रीय हूँ । आंबेडकर और कांसीराम के विचारो को फ़ैलाने में । मेरा नाम इसमें शामिल किया जाय । हरेराम भगत मधेपुरा बिहार मोबाइल न 943191827

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  2. मैं पिछड़ा वर्ग से हूँ पूरा अम्बेडकरवादी आज से नही 15 साल से भी अधिक समय से काफी सक्रीय हूँ । आंबेडकर और कांसीराम के विचारो को फ़ैलाने में । मेरा नाम इसमें शामिल किया जाय । हरेराम भगत मधेपुरा बिहार मोबाइल न 943191827

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    1. आप अपनी Facebook ID की लिंक दीजिए

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  3. जय भीम हरिराम भगत जी।
    कृपया आपकी फेसबुक प्रोफाइल की लिंक भेजे।

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    1. स्वागत है अनुराग भाई

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  5. जो भी हमारे भाई है है एक रहे आपस में मतभेद ना करे थोड़े पैसे हो गये तो आप उन से आपने आप को अलग न समझे। जब भी समय आय एकजुटता का परिचय दे तभी हमारा और बाबा साहेब का सपना पूरा हो गा। जय बाबा साहेब। जय भीम। संजय पासवान आरा बिहार मोबाइल नंबर-8969350780,8877307229

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    1. सजंय से हम आपसे पूर्णतः सहमत है

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