Header Ads

test

मध्यप्रदेश से फिर आई चौकाने वाली खबर कलेक्टर को न्यूनतम कृषि मजदूरी की जानकारी नही है..

मण्डलेश्वर | विगत दिनों पूर्व मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की महेश्वर तहसील के ग्राम कोदलियाखेड़ी में कुछ उच्च जाति वर्ग के लोगों ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोगो का हुक्का-पानी बंद कर दिया था।
जिसको लेकर क्षेत्र मे अजा/अजजा वर्ग के लोगो मे रोष व्याप्त था।

मामला क्या था यह जानने के लिए देखिये यह वीडियो

जय भीम सैनिक संगठन, वी लव बाबासाहेब सोशल सोसायटी सहित महेश्वर, मण्डलेश्वर, खरगोन, पिपल्याबुजुर्ग, करही, बड़वाह के मजदुरो सहित कई अन्य सामाजिक संगठनो ने पिपल्याबुजुर्ग स्कूल ग्राउण्ड मे धरना स्थल से रैली निकालकर राज्यपाल के नाम तहसीलदार रंजना पाटीदार को ज्ञापन सौपा व अपनी माँगो को बताया कि पूरे प्रदेश मे मजदुरो को शासकीय दर अनुसार कृषि मजदूरी की राशि दी जावे। ज्ञात हो कि मजदुरो ने इस धरना प्रदर्शन के लिए स्वीकृती मॉगी थी जिसको लेकर एक दिन पूर्व ही कलेक्टर अशोक वर्मा व पुलिस अधिक्षक कल्याण चक्रवती ग्राम कोदल्याखेड़ी पहुचे थे।

और वहाँ पर किसानो व मजदुरो को एकत्रीत कर मजदुरी कि समस्या को लेकर दोनो वर्गो की समस्या सुनकर मौके पर ही राजीनामा कराया था और साथ ही अजा/अजजा वर्ग के लोगो की बात को मानते हुए उन्हें न्यूनतम कृषि मजदूरी दर 171 रुपये देने पर सहमति बनी।

जबकि ज्ञात हो कि श्रमायुक्त कार्यालय मध्यप्रदेश शासन के अनुसार न्युनतम कृषि मजदूरी 200 रुपए प्रतिदिन है । यह बात वहाँ पर उपस्थित जाग्रत आदिवासी संगठन बडवानी की माधुरी बेन ने बताया और उन्होंने कहा कि कलेक्टर को न्यूनतम कृषि मजदूरी की जानकारी नही है यह आश्चर्यजनक है यदि कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी नही थी तो उन्हें इसकी जानकारी प्राप्त कर लेना था कि वर्तमान में मजदूरों को श्रमायुक्त के द्वारा कितनी राशि दी जा रही है।
  क्योकि आज जो श्रमायुक्त कि गाइडलाईन के हिसाब से अकुशल मजदुरो से 8 घंटे काम लेकर उन्हे 200 रू. प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी देना चाहिए जबकि यहाँ पर ऐसा कुछ नही हुआ और कलेक्टर ने श्रमायुक्त के पुरानी मजदूरी दर ही बताकर दोनो वर्गो में समझोता करवा दिया । मजदुर संघ ने कहा कि कलेक्टर साहब को श्रमायुक्त कि नई कृषी मजदूरी दर का पता ही नही है । इस बात को लेकर क्षैत्र के मजदूरों सहित मजदूर संघ कार्यकर्ता माधुरी बैन एवं उपस्थित सभी संगठनो ने  कलेक्टर पर कारवाई की मांग की है ।
इंजी. राहुल करोडे, जिलाध्यक्ष डब्ल्यू एल बीएस

वही इंजी. राहुल करोड़े, जिलाध्यक्ष खरगोन वी लव बाबासाहेब ने कहा कि कृषि प्रधान देश मे किसान व कृषि मजदूरों के साथ शासन-प्रशासन का यह रवैया शर्मनाक है।
यदि कृषि मजदूरों को न्याय नही मिला तो हम प्रदेश की राजधानी में बड़ा आंदोलन करेंगे।

अब देखना है कि मजदूरों को उनका हक मिलेगा या यूं ही चक्कर काटते रहेंगे?







No comments